अगले महीने से बंद होगी मुख्यमंत्री अमृत योजना, बस्तर-कवर्धा के 2.25 लाख बच्चों को नहीं मिलेगा सोया मिल्क: बस्तर और कवर्धा : के सरकारी स्क...
अगले महीने से बंद होगी मुख्यमंत्री अमृत योजना, बस्तर-कवर्धा के 2.25 लाख बच्चों को नहीं मिलेगा सोया मिल्क:
बस्तर और कवर्धा : के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 2.25 लाख बच्चों को अब मुख्यमंत्री अमृत योजना के तहत मिलने वाला सोया मिल्क नहीं मिलेगा। वर्ष 2017-18 से संचालित इस योजना को अगले वित्तीय वर्ष के लिए राशि आवंटित नहीं की गई है, जिसके चलते यह अप्रैल से बंद हो जाएगी।
बस्तर और कवर्धा के 3730 स्कूलों में इस योजना के तहत बच्चों को हर सप्ताह सोया मिल्क दिया जाता था, जिससे उनके पोषण स्तर में सुधार की उम्मीद थी। लेकिन बजट न मिलने के कारण अब यह सुविधा समाप्त हो जाएगी।
योजना बंद होने से पोषण पर असर:
विशेषज्ञों का मानना है कि मुख्यमंत्री अमृत योजना गरीब और कुपोषित बच्चों के लिए एक सहारा थी। इसके तहत उन्हें नियमित रूप से प्रोटीन युक्त सोया मिल्क मिलता था, जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार की संभावना थी। योजना के बंद होने से इन बच्चों के पोषण पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
सरकार का पक्ष:
अभी तक सरकार की ओर से इस योजना को बंद करने के कारणों पर विस्तृत बयान नहीं आया है, लेकिन बजट आवंटन न होने को इसकी प्रमुख वजह माना जा रहा है।
बस्तर और कवर्धा के ग्रामीण इलाकों में यह योजना बेहद कारगर साबित हो रही थी, खासकर उन बच्चों के लिए जिनकी पहुंच पोषक आहार तक सीमित थी। योजना के अचानक बंद होने से स्थानीय स्तर पर नाराजगी देखी जा रही है।
अब देखना होगा कि सरकार इस योजना का कोई विकल्प लाती है या नहीं, ताकि बच्चों के पोषण स्तर पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
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